संग्राम संस्था के संस्थापक ओंकार विश्वकर्मा ने
कहा कि मानवाधिकार के मामले में हस्तक्षेप को किफ़ायती और अधिक से अधिक लोगो को न्याय दिलाने के लिए ईमेल यह
शिकायती पोर्टल का इस्तेमाल कर रही है| जिसका नतीजा है वर्ष 2022 में 30 लाख रूपया पीड़ितो को दिलाने में मदद किया| जिसमे से कई
पीड़ितो से आज तक संस्था या उसके सदस्य से कभी मुलाक़ात नहीं हुआ| उन्होंने आगे कहा कि संस्था
दो तरह से पीड़ितो की मदद करती है एक जो सीधे कार्यालय आते
है दूसरा अख़बार में प्रकाशित मानवाधिकार हनन के ख़बर पर|
उन्होंने आगे कहा
कि संग्राम संस्था,
मानवाधिकार जन निगरानी समिति के साथ जुड़ कर विगत 12 वर्षों से अधिक समय से मानवाधिकार के लिए
संघर्ष कर रही है| जिससे आज संग्राम का पहचान बन गया है और जिसके फलस्वरूप झारखण्ड
के कई जिलों में वोलंटरी जुड़कर लोग कार्य कर रहे है|
हम देश में बहुलतावाद, और शांति के साथ कानून के राज की स्थापना के
लिए नवदलित आन्दोलन के लिए पैरवी कर रहे है|
1. झारखण्ड के
कोडरमा जिले के सतगावा प्रखंड के रहने वाले प्रदीप चौधरी को 2017 में होली के दिन
स्थानीय पुलिस ने थाना ले जा कर उसे बेरहमी से मारा जिससे उसकी मौत हो गई| उस मौत की घटना
के बाद इस मामले में संग्राम ने हस्तक्षेप किया और एक लम्बी लड़ाई के बाद 2022 फरवरी माह में
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पीडिता जसवा देवी केस संख्या
358/34/12/2017 को 3,00,000 लाख रूपये भुगतान करने के ऑर्डर दिए| वही झारखण्ड उच्च
न्यायलय ने इस मामले में 50,000 पचास हज़ार रूपये मुआवजा भुगतान के ऑर्डर दिए|
2. झारखण्ड के
गिरीडीह के जमडीहा मध्य विद्यालय में एक बच्चे सुमन कुमार के स्कूल में शौचालय
निर्माण के लिए बने गढ्ढा में गिर जाने से हुए मौत के मामले में
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली केस संख्या 979/34/8/2019-DH से 7,00,000/-
लाख रुपया मुआवजा भुगतान के ऑर्डर किये है|
3. झारखण्ड के दुमका
में बिजली तार की चपेट में आने से एक तीन महिला की मौत घटना स्थल पर ही हो गया था|
इस मामले में संग्राम के हस्तक्षेप से 2,000,00 (दो लाख) रूपये मुआवजा भुगतान कराया
गया| केस संख्या-763/34/5/2020
है|
4. . झारखण्ड के
हजारीबाग के बड़कागाँव में प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा एक नाबालिक बच्ची को घर
पर कार्य करने के लिए रखा गया था जिसे वह लगातार यातना दे रहा था इस मामले को
प्रकाश में आने के बाद संग्राम के हस्तक्षेप से पीडिता को 1,00,000 लाख रुपया
मुआवजा भुगतान कराया गया|
5. कोडरमा में पत्थर खदान बड़े पैमाने पर है और उन
पत्थर खदानों में कई मजदुर असुरक्षित तरीके से कार्य करते है उसी कार्य के दौरान
एक मजदुर उमेश मेहता की मौत हो गई| इस मामले में संग्राम के हस्तक्षेप से पीड़ित को 10,00,000
लाख रुपया मुआवजा मिला| https://timesofindia.indiatimes.com/city/patna/nhrc-intervention-results-in-payment-of-rs-10-lakh-each-to-family-of-two-deceased-labourers/articleshow/94287331.cms
6. कोडरमा के
बुचीटांड निवासी नीरज कुमार यादव को डोमचांच पुलिस ओम कुमार साव हत्याकांड में पूछ
ताछ के लिए 18 मई 2021 को डोमचांच थाना लाइ थी जहा पर उसके साथ निर्मम तरीक्से से
मारपीट की गई इस मामले में पीडिता की माँ भुवनेश्वरी देवी ने संग्राम संस्था में आ
कर न्यायी की गुहार लगे थी| संस्था ने उन्हें क़ानूनी मदद पहुचाते हुए पीडिता की
तरफ से वाद संख्या 746/34/12/2021 दर्ज करवाया था और उसके इंसाफ की पैरवी की थी
जिस मामले में पीडिता का हाल ही में तीन लाख रूपये मुआवजा भुगतान के आदेश जारी हुए
है| https://www.telegraphindia.com/jharkhand/jharkhand-news-digest-torture-slur-on-koderma-police/cid/1817238
संस्था से कैसे ले क़ानूनी
मदद
संग्राम संस्था भारत में
मानवाधिकार संरक्षण और भारतीय कानून की राज की स्थापना के लिए कार्य करती है|
संस्था से क़ानूनी मदद प्राप्त करने के लिए संस्था के वेबसाइट www.sangram.asia पर जा कर शिकायत
दे सकते है| इसके अलावे आप सन्स्थ एके कार्यालय में संपर्क कर के भी मामले में
क़ानूनी हस्तक्षेप की अपील कर सकते है|
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